मुक्त आकाश में $z$-अक्ष के अनुदिश स्थित $8 \,nC / m$ के एकसमान रेखीय आवेश के प्रभाग में बिन्दु $x =3\, m$ पर पष्ठीय आवेश घनत्व ज्ञात कीजिए।
$0.424 \,n\,C m ^{-2}$
$47.88 \,C / m$
$0.07\, n\,C m ^{-2}$
$4.0\, n\,C m ^{-2}$
आरेख में दर्शाए अनुसार कोई आवेश $'q'$ किसी घन के एक कोने पर स्थित है। विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ के छायांकित क्षेत्र से गुजरने वाला फ्लक्स होगा।
किसी बन्द पृष्ठ से अन्दर की ओर तथा बाहर की ओर विद्युत फ्लक्स $N - {m^2}/C$ इकाईयों में क्रमश: $8 \times {10^3}$ व $4 \times {10^3}$ है तो पृष्ठ के अन्दर कुल आवेश होगा [जहाँ ${ \in _0} = $ विद्युतशीलता है
मूलबिन्दु पर अवस्थित $2 \times 10^{-9}\, m ^{3}$ के किसी वार्धिक आयतन में परिबद्ध कुल आवेश $......\,nC$ होगा, यदि इसके क्षेत्र का विधुत फ्लक्स घनत्व $D = e ^{- x } \sin y \hat{ i }- e ^{- x } \cos y \hat{ j }+2 z \hat{ k } C / m ^{2}$ पाया जाता है।
एक आवेश Q को एक घन के किनारे पर रखा जाता है। इसकी प्रत्येक फलक से निकलने वाला वैधुत फ्लक्स होगा :
$(a)$ स्थिरवैध्यूत क्षेत्र रेखा एक संतत वक्र होती है अर्थात कोई क्षेत्र रेखा एकाएक नह्है टूट सकती। क्यों?
$(b)$ स्पष्ट कीजिए कि दो क्षेत्र रेखाएँ कभी भी एक-दूसरे का प्रतिच्छेदन क्यों नहीं करती?